MPPSC Syllabus 2025 & Exam Pattern:प्रीलिम्स और मेन्स दोनों के लिए विस्तृत MPPSC Syllabus 2025 देखें। इसे समझने से उम्मीदवारों को अपनी तैयारी की योजना बनाने और परीक्षा में अपने प्रदर्शन को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
MPPSC Syllabus 2025 & Exam Pattern:परीक्षा तिथि, विषय और तैयारी से जुड़ी जरूरी जानकारी!
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने वर्ष 2025 के लिए MPPSC परीक्षा का Syllabus जारी कर दिया है। MPPSC परीक्षा तिथि
16 फरवरी 2025 को आयोजित की जाएगी, इच्छुक उम्मीदवार जो इस राज्य सेवा परीक्षा को पास करना चाहते हैं, उन्हें प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के लिए MPPSC परीक्षा के सिलेबस से तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। MPPSC प्रारंभिक परीक्षा के सिलेबस में सामान्य अध्ययन और CSAT शामिल हैं। पाठ्यक्रम महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बताता है कि क्या पढ़ना है, उम्मीदवारों को ध्यान केंद्रित करने, परीक्षा संरचना को समझने और अपने समय का प्रभावी ढंग से प्रबंधन करने में मदद करता है।
MPPSC Syllabus 2025 & Exam Pattern: हाइलाइट्स
MPPSC पाठ्यक्रम प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों के लिए विषय प्रदान करता है, जिससे उम्मीदवारों को शीर्ष रेटेड विषयों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है। एमपीपीएससी परीक्षा के अवलोकन के लिए तालिका देखें।
एमपीपीएससी पाठ्यक्रम 2025 हाइलाइट्स | |
एमपीपीएससी का पूर्ण रूप | मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग |
परीक्षा का प्रकार | राज्य सिविल सेवा परीक्षा |
एमपीपीएससी परीक्षा तिथि | 16 फरवरी 2025 |
तरीका | ऑफलाइन |
कुल अवधि | प्रत्येक पेपर के लिए 120 मिनट (2 घंटे) |
परीक्षा संरचना | प्रारंभिक, मुख्य, साक्षात्कार |
आधिकारिक वेबसाइट | https://mppsc.mp.gov.in/ |
MPPSC Syllabus 2025 & Exam Pattern:Exam Pattern 2025
मध्य प्रदेश पीएससी तीन चरणों जैसे प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार में परीक्षा पैटर्न का पालन करता है। इस MPPSC परीक्षा पैटर्न का पालन करके उम्मीदवार अपने चयन को बढ़ा सकते हैं। इच्छुक उम्मीदवारों को MPPSC 2025 परीक्षा और MPPSC पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र की जांच करनी चाहिए ।
- परीक्षा चरण: एमपीपीएससी राज्य सेवा परीक्षा के तीन चरण हैं: प्रारंभिक परीक्षा (वस्तुनिष्ठ प्रकार, ओएमआर-आधारित), मुख्य परीक्षा (लिखित वर्णनात्मक), और साक्षात्कार / व्यक्तित्व परीक्षण।
- आपत्तियाँ और उत्तर कुंजी: प्रारंभिक परीक्षा के बाद, एक अनंतिम उत्तर कुंजी प्रकाशित की जाएगी। उम्मीदवार 5 दिनों के भीतर ₹150 प्रति प्रश्न के शुल्क पर ऑनलाइन आपत्तियाँ दर्ज कर सकते हैं। आपत्तियों पर विचार करने के बाद अंतिम उत्तर कुंजी प्रकाशित की जाएगी।
- मेरिट सूची तैयार करना: मेरिट सूची लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के अंकों के आधार पर बनाई जाती है। बराबरी की स्थिति में, लिखित परीक्षा में अधिक अंक पाने वाले उम्मीदवार को वरीयता दी जाएगी या फिर बराबरी होने पर अधिक उम्र वाले उम्मीदवार को वरीयता दी जाएगी। नीचे दी गई तालिका विस्तृत जानकारी प्रदान करती है।
एमपीपीएससी परीक्षा पैटर्न 2025 | ||
परीक्षा का नाम | परीक्षा का प्रकार/अवधि | निशान |
एमपीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा | सामान्य योग्यता परीक्षण वस्तुनिष्ठ(2 घंटे) सामान्य अध्ययन वस्तुनिष्ठ (2 घंटे) | 200 200 |
एमपीपीएससी मुख्य परीक्षा | सामान्य अध्ययन I (3 घंटे) सामान्य अध्ययन II (3 घंटे) सामान्य अध्ययन III (3 घंटे) सामान्य अध्ययन IV (3 घंटे) हिंदी (3 घंटे) हिंदी निबंध (2 घंटे) | 300 300 300 200 200 100 |
एमपीपीएससी साक्षात्कार | व्यक्तित्व परीक्षण | 185 |
एमपीपीएससी प्रारंभिक पाठ्यक्रम 2025
एमपीपीएससी प्रीलिम्स सिलेबस यूपीएससी प्रीलिम्स की तरह ही एक स्क्रीनिंग चरण के रूप में कार्य करता है, और इस चरण के स्कोर अंतिम मेरिट सूची में शामिल नहीं किए जाते हैं। प्रीलिम्स परीक्षा में दो सामान्य अध्ययन पेपर शामिल हैं।
एमपीपीएससी प्री सिलेबस पेपर I – जीएस
एमपीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा पाठ्यक्रम 2025 सामान्य अध्ययन पेपर I | |
1. मध्य प्रदेश का इतिहास, संस्कृति और साहित्य | मध्य प्रदेश के इतिहास की प्रमुख घटनाएँ एवं प्रमुख राजवंश।स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान।मूर्तिकला। प्रमुख जनजातियाँ और बोलियाँमध्य प्रदेश के प्रमुख त्यौहार, लोक संगीत, लोक कलाएँ एवं लोक साहित्य।प्रमुख साहित्यकार एवं उनका साहित्य, धार्मिक एवं पर्यटन स्थल।मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण जनजातीय हस्तियां |
2. भारत का इतिहास | स्वतंत्रता संग्राम और भारतीय राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन।स्वतंत्रता के बाद भारत का एकीकरण और पुनर्गठन। |
3. मध्य प्रदेश का भूगोल | मध्य प्रदेश के वन, वन्य उत्पाद, वन्य जीवन, नदियाँ, पर्वत और पर्वत श्रृंखलाएँ।मध्य प्रदेश की जलवायुमध्य प्रदेश के प्राकृतिक एवं खनिज संसाधन।मध्य प्रदेश में परिवहन.मध्य प्रदेश में प्रमुख सिंचाई और विद्युत परियोजनाएँ।मध्य प्रदेश में कृषि, पशुपालन और कृषि आधारित उद्योग। |
4. विश्व और भारत का भूगोल | भौतिक भूगोल:- भौतिक विशेषताएं और प्राकृतिक क्षेत्र।प्राकृतिक संसाधन:- वन, खनिज संसाधन, जल, कृषि, वन्य जीवन, राष्ट्रीय उद्यान/अभयारण्य/सफारी।सामाजिक भूगोल:- जनसंख्या संबंधी जनसांख्यिकी (जनसंख्या वृद्धि, आयु, लिंग अनुपात, साक्षरता)आर्थिक भूगोल:- प्राकृतिक एवं मानव संसाधन (उद्योग, परिवहन के साधन)।विश्व के महाद्वीप/देश/महासागर/नदियाँ/पर्वत।विश्व के प्राकृतिक संसाधन.पारंपरिक और गैर-पारंपरिक ऊर्जा संसाधन। |
5. (अ) मध्य प्रदेश की संवैधानिक व्यवस्था | मध्य प्रदेश की संवैधानिक प्रणाली (राज्यपाल, मंत्रिपरिषद, विधान सभा, उच्च न्यायालय)।मध्य प्रदेश में पंचायती राज और नगरीय प्रशासन की त्रिस्तरीय व्यवस्था |
(बी) मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था | मध्य प्रदेश की जनसांख्यिकी और जनगणना।मध्य प्रदेश का आर्थिक विकासमध्य प्रदेश के प्रमुख उद्योग.मध्य प्रदेश की जातियाँ, मध्य प्रदेश की अनुसूचित जातियाँ और अनुसूचित जनजातियाँ तथा राज्य की प्रमुख कल्याणकारी योजनाएँ। |
एमपीपीएससी प्री सिलेबस पेपर I – जीएस
6. भारत का संविधान, सरकार और अर्थव्यवस्था | सरकारी भारत अधिनियम 1919 और 1935संविधान सभा।संघ कार्यकारिणी, राष्ट्रपति और संसद।नागरिकों के मौलिक अधिकार और कर्तव्य तथा राज्य नीति के निर्देशक सिद्धांत।संवैधानिक संशोधन.सर्वोच्च न्यायालय और न्यायिक प्रणाली।भारतीय अर्थव्यवस्था, औद्योगिक विकास एवं विदेशी व्यापार, आयात एवं निर्यात।वित्तीय संस्थाएँ- भारतीय रिजर्व बैंक, राष्ट्रीयकृत बैंक, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई), गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थाएँ। |
7. विज्ञान और प्रौद्योगिकी | विज्ञान के मूल सिद्धांत.महत्वपूर्ण भारतीय वैज्ञानिक अनुसंधान संस्थान और उनकी उपलब्धियां, उपग्रह एवं अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी।पर्यावरण और जैव विविधता।पारिस्थितिकीय प्रणालीपोषण, भोजन और पोषक तत्व।मानव शरीर।कृषि उत्पाद प्रौद्योगिकी.खाद्य प्रसंस्करणस्वास्थ्य नीति और कार्यक्रम।प्रदूषण, प्राकृतिक आपदाएँ और प्रबंधन। |
8. समसामयिक अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय मामले | महत्वपूर्ण व्यक्तित्व एवं स्थान.प्रमुख घटनाएँभारत एवं मध्य प्रदेश के महत्वपूर्ण खेल संस्थान, खेल प्रतियोगिताएं एवं पुरस्कार। |
9. सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी | इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना और संचार प्रौद्योगिकीरोबोटिक्स, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और साइबर सुरक्षाई-शासनइंटरनेट और सोशल नेटवर्किंग साइटेंई-कॉमर्स. |
10. राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय संवैधानिक/वैधानिक निकाय | भारत निर्वाचन आयोग।राज्य चुनाव आयोग।संघ लोक सेवा आयोग.मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग.नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक।नीति आयोग.मानवाधिकार आयोग.महिला आयोग.बाल संरक्षण आयोग.अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति आयोग।पिछड़ा वर्ग आयोग.सूचना आयोग.सतर्कता आयोग.राष्ट्रीय हरित अधिकरण।खाद्य संरक्षण आयोग आदि। |
एमपीपीएससी प्री सिलेबस पेपर II- सामान्य योग्यता परीक्षण
एमपीपीएससी जनरल एप्टीट्यूड सिलेबस उम्मीदवारों की आलोचनात्मक सोच, तर्क और समस्या-समाधान क्षमताओं का मूल्यांकन करता है। इसमें कई तरह के विषय शामिल हैं। पाठ्यक्रम में संख्यात्मक और सैद्धांतिक दोनों तरह की अवधारणाएँ शामिल हैं, जिसके लिए गहन तैयारी की आवश्यकता होती है। नीचे कवर किए गए विषयों का सारांश दिया गया है।
- समझ।
- संचार कौशल सहित पारस्परिक कौशल।
- तार्किक विचार और विश्लेषणात्मक क्षमता।
- निर्णय लेना और समस्या समाधान करना।
- सामान्य मानसिक क्षमता.
- बुनियादी अंकगणित.
- हिंदी भाषा समझ कौशल (कक्षा दसवीं स्तर)।
नोट:- कक्षा 10 के स्तर के हिंदी भाषा बोध कौशल से संबंधित प्रश्नों का परीक्षण केवल हिंदी भाषा के अंशों के माध्यम से किया जाएगा, प्रश्न पत्र में उनका अंग्रेजी अनुवाद प्रदान नहीं किया जाएगा।
Read more:SBI Clerk Syllabus 2025 & Exam Pattern : देखे चयन प्रक्रिया, पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न
एमपीपीएससी मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम 2025
ये पेपर हैं:
- सामान्य अध्ययन पेपर 1
- सामान्य अध्ययन पेपर 2
- सामान्य अध्ययन पेपर 3
- सामान्य अध्ययन पेपर 4
- हिंदी निबंध
- हिंदी भाषा
एमपीपीएससी 2025 मुख्य परीक्षा में शामिल विषयों और टॉपिक्स को समझने के लिए, उम्मीदवार नीचे दी गई विस्तृत तालिका देख सकते हैं।
एमपीपीएससी मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम 2025-I
मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम 2025 | |
परीक्षा | पाठ्यक्रम |
सामान्य अध्ययन-I | भारतीय इतिहास: प्राचीन से आधुनिक भारत तक प्रमुख घटनाएँ, राजवंश, आंदोलन (सिंधु घाटी, वैदिक काल, मौर्य, गुप्त, ब्रिटिश उपनिवेश)। विश्व इतिहास: प्रमुख वैश्विक घटनाएँ, क्रांतियाँ (फ्रांसीसी क्रांति), उपनिवेशवाद का प्रभाव, राजनीति, अर्थव्यवस्था और सांस्कृतिक विकास। मुगल प्रशासन: अकबर, जहाँगीर, शाहजहाँ, औरंगज़ेब का शासन, कर प्रणाली, सैन्य संगठन और प्रशासनिक नीतियाँ। ब्रिटिश शासन का प्रभाव: कृषि, उद्योग, व्यापार में परिवर्तन, संसाधनों का दोहन, कर नीति और भारत की आर्थिक संरचना पर असर। गणतंत्र भारत: 1947 के बाद लोकतांत्रिक प्रणाली, संविधान निर्माण, राष्ट्रपति, संसद और प्रधानमंत्री की भूमिका। भारतीय संस्कृति व भूगोल: भाषाएँ, धर्म, पर्वत, नदियाँ, जलवायु, जल प्रबंधन (सिंचाई, नदी संरक्षण) और आपदा प्रबंधन (बाढ़, भूकंप, चक्रवात)। |
सामान्य अध्ययन-II | संविधान व शासन: संविधान: भारत का सर्वोच्च कानून, सरकार की संरचना व शक्तियों की रूपरेखा। मौलिक अधिकार: समानता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, भेदभाव के विरुद्ध सुरक्षा। राज्य नीति के निर्देशक सिद्धांत: सामाजिक न्याय, समान अवसर व कल्याणकारी नीतियाँ। केंद्र व राज्य विधानमंडल: संघीय शासन प्रणाली, विधायी शक्तियों का विभाजन। सामाजिक मुद्दे व क्षेत्र: सामाजिक मुद्दे: गरीबी, बेरोजगारी, असमानता, जाति व लैंगिक भेदभाव, बाल श्रम। स्वास्थ्य: सार्वजनिक स्वास्थ्य, पोषण, चिकित्सा सेवाओं तक पहुंच। शिक्षा: प्राथमिक से उच्च शिक्षा, गुणवत्तापूर्ण व समान शिक्षा नीतियाँ। सशक्तिकरण: कमजोर वर्गों को संसाधन, अधिकार व निर्णय क्षमता प्रदान करना। मानव संसाधन विकास: कौशल व ज्ञान संवर्धन, उत्पादकता बढ़ाने की पहल। अंतर्राष्ट्रीय संगठन व सार्वजनिक वित्त: अंतर्राष्ट्रीय संगठन: यूएन, डब्ल्यूएचओ, डब्ल्यूटीओ, आईएमएफ, वैश्विक सहयोग। सार्वजनिक मामले: नीतियाँ, जनमत, सरकारी संचार व प्रबंधन। सरकारी व्यय: कल्याणकारी योजनाएँ, शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढाँचे में निवेश। |
एमपीपीएससी मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम 2025-II
सामान्य अध्ययन-III | 1. विज्ञान और प्रौद्योगिकी: विज्ञान: प्राकृतिक दुनिया का अध्ययन (जीवविज्ञान, रसायन, भौतिकी)। प्रौद्योगिकी: वैज्ञानिक ज्ञान का व्यावहारिक अनुप्रयोग (कंप्यूटर, चिकित्सा, परिवहन)। 2. तार्किक तर्क: संरचित सोच और समस्या-समाधान। पैटर्न, अनुक्रम, पहेलियाँ और विश्लेषण। 3. डेटा व्याख्या: ग्राफ़, चार्ट, तालिकाओं से जानकारी निकालकर निष्कर्ष। रुझानों की पहचान और तुलना। 4. ऊर्जा और सतत विकास: ऊर्जा: नवीकरणीय (सौर, पवन) और गैर-नवीकरणीय (कोयला, तेल)। सतत विकास: संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग, पर्यावरण संरक्षण। 5. भारतीय अर्थव्यवस्था: क्षेत्र: कृषि, उद्योग, सेवा, व्यापार, वित्त। महत्वपूर्ण पहलू: जीडीपी, मुद्रास्फीति, बेरोज़गारी, सरकारी नीतियाँ। |
सामान्य अध्ययन-IV | सामाजिक कार्यकर्ता/सुधारककौशलभावनात्मक बुद्धिमत्ता औरनैतिकता और अखंडता जैसे विभिन्न विषयों पर केस अध्ययन |
हिंदी व्याकरण और निबंध के लिए नीचे देखें। |
सामान्य हिंदी एवं व्याकरण – V
