UP Board Exams 2025: यूपी बोर्ड कक्षा 10 और 12 की परीक्षा 2025 में नकल के 9 मामले सामने आए और 14 डमी उम्मीदवार पकड़े गए। यूपीएमएसपी ने यूपी सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 2024 के तहत सख्त कार्रवाई की। यूपीएमएसपी ने उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 2024 का हवाला देते हुए कहा कि इसका उद्देश्य कदाचार में लिप्त लोगों की उत्तर पुस्तिकाओं को रोकना और उनके रिजल्ट समाप्त करना है।
UP Board Exams 2025: 4.8 मिलियन से ज्यादा छात्रों ने दी परीक्षा, नकल के 9 मामले दर्ज
4.8 मिलियन से ज़्यादा छात्रों ने परीक्षा दी, जिसमें हिंदी, सैन्य विज्ञान और स्वास्थ्य सेवा जैसे विषय शामिल थे। परीक्षा दो पालियों में विभाजित थी, जिनमें से प्रत्येक में 2.4 मिलियन से ज़्यादा छात्र थे। कुल मिलाकर 5.1 मिलियन से ज़्यादा छात्रों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया।

कक्षा 10वीं की हिंदी परीक्षा के दौरान फर्रुखाबाद जिले में नकल के छह मामले सामने आए। उसी परीक्षा अवधि के दौरान प्रतापगढ़ जिले में एक और मामला सामने आया। कक्षा 12वीं की हिंदी परीक्षा के दौरान बिजनौर और मिर्जापुर जिलों में एक-एक नकल का मामला सामने आया।
14 डमी उम्मीदवार कई जिलों में पाए गए। फर्रुखाबाद में छह और गाजीपुर में चार मामले सामने आए। कन्नौज, जौनपुर, फिरोजाबाद और प्रतापगढ़ जिलों में एक-एक मामले सामने आए।
परीक्षा में गड़बड़ी के खिलाफ यूपीएमएसपी के कदम
परीक्षा में गड़बड़ी के खिलाफ यूपीएमएसपी के कदम यूपीएमएसपी ने उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम 2024 का हवाला दिया। अधिनियम में कहा गया है कि नकल करते पकड़े गए छात्रों पर आपराधिक आरोप नहीं लगाए जाएंगे। हालांकि, उनकी उत्तर पुस्तिकाएं रोक ली जाएंगी और बोर्ड के नियमों के अनुसार परिणाम निर्धारित किए जाएंगे।
बोर्ड सचिव भगवती सिंह ने शिक्षा प्रशासन को निर्देश दिया: “अतः आपसे अपेक्षा की जाती है कि अनुचित साधनों का प्रयोग करते या उनमें संलिप्त पाए गए परीक्षार्थियों के मामले में उपर्युक्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अतिरिक्त, परीक्षार्थी के अलावा अन्य व्यक्तियों के विरुद्ध अधिनियम के सुसंगत प्रावधानों के अंतर्गत निर्णायक और सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, जैसा कि धारा 8 में वर्णित है।”