Fake Army recruit racket: पुणे शहर की पुलिस और दक्षिणी कमान सैन्य खुफिया ने एक संयुक्त अभियान में
पुणे शहर में एक फर्जी सेना भर्ती रैकेट का भंडाफोड़ किया और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया, अधिकारियों ने बुधवार को बताया।
Fake Army Recruitment Racket: पुणे में फर्जी सेना भर्ती गिरोह का पर्दाफाश!
उत्तराखंड निवासी मोहित राम सिंह धामी को फर्जी सेना भर्ती घोटाले में पुणे रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने 23 वर्षीय रविंद्र जनार्दन बिलाडे और उसके दोस्त से 4.80 लाख रुपये ठगे। यह घटना 31 मार्च 2024 को हुई, जब पीड़ित सरकारी नौकरी की भर्ती परीक्षा के लिए पुणे आए थे। शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और आरोपी को धर दबोचा। अब पुलिस इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी हुई है, जिससे सेना भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पूरा नेटवर्क उजागर किया जा सके।

फर्जी सेना भर्ती रैकेट: धोखाधड़ी का बड़ा खुलासा!
सेना में भर्ती का झांसा देकर ठगे लाखों रुपये
बिलडे की शिकायत के मुताबिक, आरोपी मोहित राम सिंह धामी ने खुद को दक्षिणी कमान अस्पताल का कर्मचारी बताकर सेना में चयन का झूठा वादा किया। उसने पीड़ितों से दस्तावेज और पैसे इकट्ठे किए, जिसमें बिलडे ने 2.80 लाख और उसके दोस्त ने 2 लाख रुपये दिए।
देशभर में फैला था ठगी का जाल
यह रैकेट सिर्फ पुणे तक सीमित नहीं था, बल्कि उत्तराखंड, पंजाब और महाराष्ट्र के आर्थिक रूप से कमजोर युवाओं को भी निशाना बना रहा था। धामी कथित तौर पर प्रत्येक उम्मीदवार से 2 लाख रुपये वसूलता था।
अभी और पीड़ित सामने आ सकते हैं
पुलिस को संदेह है कि आरोपी ने 10-15 और युवाओं को ठगा है। अधिकारियों ने अपील की है कि जो भी इस ठगी का शिकार हुए हैं, वे आगे आकर अपनी शिकायत दर्ज कराएं।
आरोपी के खिलाफ दर्ज हुआ केस
बंड गार्डन पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 319 (2) और 318 (4) के तहत आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसमें छद्म नाम से धोखाधड़ी और बेईमानी से प्रलोभन देकर ठगी करने के आरोप शामिल हैं।