US action against Indian students: विदेश मंत्रालय ने हमास से जुड़े भारतीय छात्रों को अमेरिका द्वारा निर्वासित किये जाने की खबरों के बीच विदेश में रहने वाले भारतीयों से स्थानीय कानूनों का पालन करने का आग्रह किया है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि वह विदेशों में रहने वाले भारतीयों से स्थानीय कानूनों का पालन करने की अपेक्षा करता है। यह बात अमेरिका द्वारा भारतीय छात्रों को निर्वासित करने और आतंकवादी समूह हमास को कथित समर्थन देने के आरोप में गिरफ्तारियां करने की खबरों के बाद कही गई है।
अमेरिका में भारतीय छात्रों पर कार्रवाई: विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया: US action against Indian students

US action against Indian students: भारतीय छात्रा रंजनी श्रीनिवासन का वीज़ा रद्द
कोलंबिया विश्वविद्यालय में शहरी नियोजन में डॉक्टरेट कर रही 37 वर्षीय भारतीय छात्रा रंजनी श्रीनिवासन ने हाल ही में स्व-प्रत्यावर्तन किया। अमेरिकी विदेश विभाग ने 5 मार्च को उनका छात्र वीज़ा रद्द कर दिया, जिसमें “हमास समर्थक” गतिविधियों में संलिप्तता से जुड़ी सुरक्षा चिंताओं का हवाला दिया गया था।
US action against Indian students: विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बिना नाम लिए कहा कि वीज़ा और आव्रजन नीति प्रत्येक देश के संप्रभु अधिकार क्षेत्र में आती है। उन्होंने भारतीय नागरिकों को विदेश में स्थानीय कानूनों और नियमों का पालन करने की सलाह दी।
भारतीय विद्वान बदर खान सूरी की गिरफ़्तारी
अमेरिका में भारतीय विद्वान बदर खान सूरी की गिरफ़्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि उन्हें मीडिया रिपोर्टों के माध्यम से ही इस मामले की जानकारी मिली है। अभी तक न अमेरिकी सरकार और न ही संबंधित व्यक्ति ने भारतीय दूतावास से संपर्क किया है।
भारतीय छात्रों के लिए सतर्कता आवश्यक
इस घटनाक्रम के बाद विदेशों में अध्ययन करने वाले भारतीय छात्रों को स्थानीय नियमों और वीज़ा शर्तों का पालन करने की सख्त सलाह दी जा रही है।
अमेरिका में भारतीय छात्रों पर कार्रवाई: बदर खान सूरी और रंजनी श्रीनिवासन का मामला
बदर खान सूरी की गिरफ्तारी और निर्वासन पर रोक
बदर खान सूरी जो एडमंड ए वाल्श स्कूल ऑफ फॉरेन सर्विस, जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय, वाशिंगटन डीसी में पोस्टडॉक्टरल फेलो हैं, को संघीय अधिकारियों ने “सक्रिय रूप से हमास प्रचार प्रसार” करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। हालांकि, 20 मार्च के एक अदालती आदेश में, अमेरिकी जिला न्यायाधीश पेट्रीसिया टोलिवर गिल्स ने उनके निर्वासन पर रोक लगा दी।
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भारतीय छात्रा रंजनी श्रीनिवासन का स्व-निर्वासन
कोलंबिया विश्वविद्यालय में डॉक्टरेट की पढ़ाई कर रही भारतीय छात्रा रंजनी श्रीनिवासन को “हिंसा और आतंकवाद की वकालत” करने और हमास समर्थक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में अमेरिका से स्वदेश लौटना पड़ा। उनका वीजा 5 मार्च को अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा रद्द कर दिया गया था।
अमेरिकी अधिकारियों का रुख
होमलैंड सुरक्षा सचिव क्रिस्टी नोएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में रंजनी श्रीनिवासन को “आतंकवाद समर्थक” कहा और स्पष्ट किया कि जो लोग “आतंकवाद और हिंसा की वकालत करते हैं,” उन्हें अमेरिका में नहीं रहना चाहिए।
हमास से जुड़े आरोप और अमेरिकी कार्रवाई
होमलैंड सिक्योरिटी विभाग के अनुसार, श्रीनिवासन कोलंबिया विश्वविद्यालय में शहरी नियोजन में एफ-1 छात्र वीजा पर पढ़ाई कर रही थीं, लेकिन उन पर हमास समर्थक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगे, जिसके चलते उनका वीजा रद्द कर दिया गया।
भारतीय समुदाय के लिए सतर्कता संदेश
इन घटनाओं के बाद भारतीय छात्रों और पेशेवरों के लिए यह जरूरी हो गया है कि वे अमेरिका में स्थानीय नियमों और आव्रजन कानूनों का सख्ती से पालन करें।