US Immigration Policy: एच-1बी बदलाव: भारतीय आईटी पर प्रभाव, जाने यहाँ!

US Immigration Policy

US Immigration Policy: मूडीज की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप सरकार के तहत एच-1बी वीजा नीति में बदलाव से भारतीय आईटी कंपनियों पर प्रभाव पड़ सकता है। 2023 में जारी एच-1बी वीजा में से 75% भारतीयों को मिले, जिससे भारत वैश्विक आईटी टैलेंट का प्रमुख स्रोत बना रहा। इंफोसिस, टीसीएस और हेक्सावेयर जैसी कंपनियां अमेरिकी प्रोजेक्ट्स के लिए इन पेशेवरों पर निर्भर हैं, जिससे वे आव्रजन नियमों और बढ़ती लागत के प्रति संवेदनशील हो गई हैं। हालांकि, टीसीएस और इंफोसिस अपने उच्च लाभ मार्जिन के कारण बढ़ी हुई लागत को बेहतर तरीके से संभाल सकती हैं। इस बदलाव से भारतीय आईटी फर्मों की परिचालन रणनीति पर असर पड़ सकता है।

US Immigration Policy: एच-1बी वीजा नीति में बदलाव से भारतीय आईटी कंपनियों पर असर

मूडीज की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार द्वारा किए गए एच-1बी वीजा नीति में बदलाव से भारतीय आईटी कंपनियों को नई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इस बदलाव के कारण आव्रजन नीतियों में सख्ती और परिचालन लागत में वृद्धि की आशंका जताई जा रही है।

रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 में जारी किए गए एच-1बी वीजा में से लगभग 75% भारतीय पेशेवरों को मिले, जिससे भारत वैश्विक आईटी टैलेंट का सबसे बड़ा स्रोत बना रहा। इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज जैसी प्रमुख भारतीय कंपनियां अमेरिका में अपने प्रोजेक्ट्स के लिए इन कुशल पेशेवरों पर निर्भर हैं। वीजा नियमों में बदलाव और बढ़ती लागत के चलते इन कंपनियों की परिचालन रणनीति प्रभावित हो सकती है।

हालांकि, मूडीज के विश्लेषण से पता चलता है कि टीसीएस और इंफोसिस जैसी कंपनियां अपने मजबूत लाभ मार्जिन के कारण बढ़ी हुई परिचालन लागत को संभालने में अधिक सक्षम हैं। इसके बावजूद, अमेरिकी वीजा नीतियों में कोई भी बड़ा बदलाव भारतीय आईटी उद्योग के लिए दीर्घकालिक प्रभाव डाल सकता है।

US Immigration Policy: अमेरिकी आव्रजन नीति में बदलाव और भारतीय आईटी कंपनियों पर प्रभाव

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1. अमेरिकी आव्रजन नीति में सख्ती का असर

  • व्यापार सेवा प्रदाता अमेरिकी आव्रजन नियमों में बदलाव के प्रति संवेदनशील हैं।
  • श्रम पूल में कमी से विदेशी श्रमिकों पर निर्भर कंपनियों को जोखिम हो सकता है।

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2. ऑनशोर हायरिंग की रणनीति

  • कंपनियों ने व्यवधान कम करने और सेवा बेहतर बनाने के लिए ऑनशोर हायरिंग बढ़ाई।
  • टीसीएस, इंफोसिस और हेक्सावेयर ने अमेरिका में स्थानीय भर्तियां तेज कीं।

3. भारतीय आईटी कंपनियों का H-1B वीज़ा पर वर्चस्व

  • भारतीय आईटी फर्मों ने 2024 में अमेरिका द्वारा दिए गए H-1B वीज़ा का 20% हासिल किया।
  • इंफोसिस और टीसीएस सबसे बड़े वीज़ा प्राप्तकर्ताओं के रूप में उभरे।

4. वीज़ा आवंटन के ताजा आंकड़े

  • अप्रैल-सितंबर 2024 में भारतीय आईटी कंपनियों को 24,766 वीज़ा मिले।
  • इंफोसिस ने 8,140, टीसीएस ने 5,274 और एचसीएल अमेरिका ने 2,953 वीज़ा प्राप्त किए।

5. H-1B वीज़ा की अहमियत

  • यह योजना अमेरिकी कंपनियों को विदेशी पेशेवरों को अस्थायी रूप से नियुक्त करने की अनुमति देती है।
  • भारतीय टेक कंपनियां लगातार इस वीज़ा की प्रमुख लाभार्थी रही हैं।

Tanisha Biswas

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